Storytimehindi.comपटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर)| Patna zoo
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पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) | Patna zoo

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) :- जिसे आमतौर पर पटना चिड़ियाघर के नाम से जाना जाता है, बिहार का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।

यह अपने विविध जीव-जंतुओं, हरे-भरे परिवेश और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है।

यहाँ पर विभिन्न प्रकार के वन्यजीव, पक्षी और पौधे देखने को मिलते हैं, जो इसे एक मनोरंजक और शैक्षिक स्थल बनाते हैं।

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) के बारे में विस्तार से जानते हैं |

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान, जिसे आमतौर पर पटना चिड़ियाघर कहा जाता है, बिहार का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह जैविक उद्यान अपने विविध वन्यजीवों, हरे-भरे परिवेश, और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यहाँ कई अद्वितीय स्थल और आकर्षण हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। आइए, पटना चिड़ियाघर में देखने लायक मुख्य स्थानों और आकर्षणों के बारे में जानते हैं:

विविध वन्यजीव (Diverse Wildlife)

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विविध वन्यजीव (Diverse Wildlife)

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) के मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • बाघ, शेर, तेंदुआ, और भालू जैसे मांसाहारी जानवर।
  • ज़ेब्रा, दरियाई घोड़ा, और गैंडा जैसे दुर्लभ और विदेशी जानवर।
  • हिरण, नीलगाय, और हाथी जैसे शाकाहारी जानवर।
  • विभिन्न प्रकार के पक्षी जैसे मोर, तोता, और जलपक्षी।

 

बॉटनिकल गार्डन (Botanical Garden)

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बॉटनिकल गार्डन (Botanical Garden)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • विभिन्न प्रकार के फूलों, पेड़ों और पौधों का संग्रह।
  • औषधीय पौधों का एक अलग हिस्सा।
  • हरे-भरे लॉन और सुंदर हरियाली।

झील और बोटिंग (Lake and Boating)

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झील और बोटिंग (Lake and Boating)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • चिड़ियाघर के अंदर एक विशाल झील है जहाँ आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं।
  • यहाँ बोटिंग के लिए पैडल बोट्स और रोइंग बोट्स उपलब्ध हैं।
  • झील के किनारे विभिन्न जलपक्षियों का अद्भुत नजारा देखा जा सकता है।

 

रेप्टाइल हाउस (Reptile House)

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रेप्टाइल हाउस (Reptile House)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • विभिन्न प्रकार के सांप, छिपकली, और कछुए।
  • यहाँ कुछ दुर्लभ और विषैले सांप भी देखे जा सकते हैं।
  • रेप्टाइल हाउस की अद्वितीय संरचना और वातावरण।

मिनी ट्रेन (Mini Train)

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मिनी ट्रेन (Mini Train)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • यह चिड़ियाघर के चारों ओर एक सैर कराती है।
  • बच्चों के लिए यह विशेष रूप से आकर्षक है।
  • इस ट्रेन से चिड़ियाघर के विभिन्न हिस्सों का दृश्य देखा जा सकता है।

बटरफ्लाई पार्क (Butterfly Park)

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बटरफ्लाई पार्क (Butterfly Park)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • विभिन्न रंगों और प्रकारों की तितलियाँ।
  • यहाँ तितलियों के लिए विशेष रूप से सजाए गए उद्यान और पौधे हैं।
  • तितलियों के जीवन चक्र को देखने का अवसर।

एवियरी (Aviary)

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एवियरी (Aviary)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • यहाँ विभिन्न प्रकार के पक्षी जैसे तोता, मोर, और जलपक्षी देखे जा सकते हैं।
  • पक्षियों की अलग-अलग प्रजातियाँ और उनके रंग-बिरंगे पंख।

प्रिमेट्स और छोटे स्तनधारी (Primates and Small Mammals)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • यहाँ बंदर, लंगूर, और अन्य छोटे स्तनधारी जीव देखे जा सकते हैं।
  • इन जीवों के लिए प्राकृतिक और सुरक्षित आवास बनाए गए हैं।

 

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प्ले एरिया और पार्क (Play Area and Parks)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • बच्चों के लिए खेल क्षेत्र और झूले।
  • पारिवारिक पिकनिक के लिए बड़े और सुंदर पार्क।
  • खेल-कूद और मनोरंजन के लिए विभिन्न सुविधाएँ।

कंजरवेशन ब्रेडिंग सेंटर (Conservation Breeding Center)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • विलुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण के लिए केंद्र।
  • वन्यजीव संरक्षण और प्रजनन कार्यक्रमों की जानकारी।
  • यहाँ विलुप्तप्राय प्रजातियों को बचाने के प्रयास किए जाते हैं।

स्नैक बार और कैफेटेरिया (Snack Bar and Cafeteria)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • यहाँ पर रिफ्रेशमेंट और भोजन की व्यवस्था है।
  • स्नैक्स, ड्रिंक्स, और स्थानीय भोजन उपलब्ध हैं।
  • यात्रा के दौरान आराम करने और खाने के लिए एक अच्छी जगह।

पिकनिक स्थल (Picnic Spots)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • यहाँ परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए कई सुंदर स्थल हैं।
  • हरियाली और शांतिपूर्ण वातावरण में समय बिताने का अवसर।
  • साफ-सफाई और सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान रखा जाता है।

प्राकृतिक सुंदरता (Natural Beauty)

मुख्य आकर्षण का केंद्र 

  • पूरे चिड़ियाघर में हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव।
  • विभिन्न प्रकार के वृक्ष, पौधे, और फूल।
  • यहाँ की शांतिपूर्ण और स्वच्छ वातावरण।

 

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) का मुख्य विशेषताएँ

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) का स्थापना और क्षेत्रफल

  • पटना का चिड़ियाघर 1973 में स्थापित किया गया था।
  • यह लगभग 153 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें वन्यजीव, उद्यान और जलाशय शामिल हैं।

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) मे वन्यजीव संग्रह

  • चिड़ियाघर में 110 से अधिक प्रजातियों के 800 से अधिक जीव-जंतु हैं।
  • यहाँ बाघ, शेर, हाथी, गैंडा, दरियाई घोड़ा, ज़ेब्रा, गोरिल्ला, दरियाई घोड़ा, और कई प्रकार के हिरण देखे जा सकते हैं।
  • पक्षियों की कई प्रजातियाँ भी यहाँ मौजूद हैं, जिनमें मोर, तोता, और जलपक्षी शामिल हैं।

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) मे वनस्पति और बॉटनिकल गार्डन

  • चिड़ियाघर में विभिन्न प्रकार के पौधे, पेड़ और फूलों की प्रजातियाँ हैं।
  • यहाँ एक विस्तृत बॉटनिकल गार्डन है जिसमें औषधीय पौधों और दुर्लभ प्रजातियों का संग्रह है।

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) मे झील और बोटिंग

  • चिड़ियाघर के अंदर एक विशाल झील है जहाँ बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है।
  • यहाँ जलपक्षियों को देखना और बोटिंग करना पर्यटकों के लिए एक विशेष आकर्षण है।

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) मे नए और आकर्षक पिंजरों की व्यवस्था

  • चिड़ियाघर में जानवरों के लिए प्राकृतिक परिवेश के पिंजरे बनाए गए हैं।
  • पिंजरों की संरचना इस तरह से की गई है कि जानवरों को अधिकतम स्वतंत्रता मिलती है और वे अपने प्राकृतिक परिवेश में रहने का अनुभव कर सकते हैं।

 

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) मे बच्चों के लिए खास सुविधाएँ

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बच्चों के लिए खास सुविधाएँ
  • बच्चों के लिए यहाँ एक विशेष प्ले एरिया और मिनी ट्रेन की व्यवस्था है।
  • यहाँ बच्चों को वन्यजीवन के बारे में शिक्षित करने के लिए विशेष कार्यशालाएँ और गतिविधियाँ भी आयोजित की जाती हैं।

    पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) :- रिसर्च और शिक्षा

  • चिड़ियाघर में एक रिसर्च और एजुकेशन सेंटर भी है जहाँ वन्यजीवन के संरक्षण और पर्यावरण शिक्षा पर कार्यशालाएँ आयोजित की जाती हैं।
  • विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थी यहाँ आकर वन्यजीवन और पर्यावरण के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

    पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) का पर्यावरण संरक्षण

  • पटना चिड़ियाघर वन्यजीवन के संरक्षण और बचाव के लिए कई परियोजनाएँ चलाता है।
  • यह चिड़ियाघर विभिन्न प्रजातियों के संरक्षण और पुनर्वास के लिए भी कार्यरत है।

    पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) आवश्यक सुविधाएँ

  • चिड़ियाघर में कैफेटेरिया, टॉयलेट, और बैठने की सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
  • चिड़ियाघर का रखरखाव उत्कृष्ट है, जिससे यहाँ का वातावरण साफ और स्वच्छ रहता है।

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) खुलने का समय

  • चिड़ियाघर सोमवार को बंद रहता है।
  • मंगलवार से रविवार: सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है।

    टिकट

  • बच्चों और वयस्कों के लिए टिकट अलग-अलग दरों पर उपलब्ध हैं।
  • स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए विशेष रियायतें भी उपलब्ध हैं।

कैसे पहुँचे

  • सड़क मार्ग :- पटना शहर के विभिन्न हिस्सों से चिड़ियाघर आसानी से पहुँच सकते हैं।
  • रेल मार्ग :- पटना जंक्शन से चिड़ियाघर करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर है।
  • हवाई मार्ग :- जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से चिड़ियाघर लगभग 8 किलोमीटर दूर है।

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान न केवल एक मनोरंजक स्थल है, बल्कि यह शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह स्थान हर उम्र के लोगों के लिए आकर्षक और प्रेरणादायक है। यदि आप पटना में हैं, तो इस चिड़ियाघर की यात्रा करना अवश्य बनता है |

यात्रा के सझाव

  • समय :- सुबह 8:30 से शाम 5:30 तक।
  • टिकट :- बच्चों और वयस्कों के लिए अलग-अलग दरें।
  • सुविधाएँ :- बोटिंग, मिनी ट्रेन, बच्चों का प्ले एरिया, स्नैक बार।
  • कैसे पहुँचे :- पटना शहर के विभिन्न हिस्सों से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान एक शानदार स्थल है जहाँ बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी एक साथ आनंदित हो सकते हैं। यह स्थान वन्यजीव प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए विशेष रूप से अद्भुत अनुभव प्रदान करता है।

FAQ :- पटना जू (संजय गांधी जैविक उद्यान)

पटना जू कहाँ स्थित है |

पटना जू बिहार के पटना शहर में स्थित है।

पटना जू का स्थापना वर्ष क्या है |

पटना जू की स्थापना 1973 में हुई थी।

पटना जू में कितने एकड़ का क्षेत्रफल है |

पटना जू का क्षेत्रफल लगभग 153 एकड़ है।

पटना जू में कौन-कौन से जानवर पाए जाते हैं |

पटना जू में बाघ, बंदर, हाथी, तोता, गिरगिट, शेर, बगुला, उल्लू, बिल्ली, कछुआ, सांप, शंकु, बटरफ्लाई, और अन्य विभिन्न प्रकार के पक्षी और सरीसृप पाए जाते हैं।

पटना जू में कौन सी विशेषता हैं |

पटना जू में विशेष रूप से वन्यजीवों के संरक्षण और उनकी प्रदर्शनी को महत्व दिया जाता है। यहाँ पर प्राकृतिक वातावरण में विभिन्न जानवरों को देखने का अवसर मिलता है।

पटना जू का प्रमुख उद्देश्य क्या है |

पटना जू का प्रमुख उद्देश्य वन्यजीवों के संरक्षण, उनके प्रदर्शनी, और जनता को जागरूक करना है।

पटना जू में बच्चों के लिए कौन सी विशेष सुविधाएँ हैं |

पटना जू में बच्चों के लिए मिनी ट्रेन, प्ले एरिया, झूले, और शिक्षाप्रद कार्यशालाएँ हैं जो उन्हें जानवरों और प्राकृतिक जीवन के बारे में शिक्षा प्रदान करती हैं।

पटना जू का टिकट कीमत क्या है और इसे किस उम्र तक के बच्चे फ्री में प्राप्त कर सकते हैं |

पटना जू का टिकट आमतौर पर लगभग 30 रुपये से 50 रुपये के बीच होता है। बच्चे 5 वर्ष तक के उम्र में इसे फ्री में देख सकते हैं।

पटना जू के चालन किस द्वारा किया जाता है |

पटना जू का चालन बिहार राज्य वन्यजीव संरक्षण विभाग द्वारा किया जाता है।

पटना जू का संजय गांधी जैविक उद्यान किसके नाम पर रखा गया है |

पटना जू का संजय गांधी जैविक उद्यान संजय गांधी के समर्थन में स्थापित किया गया है।

||धन्यबाद ||

By Rana Singh

नमस्कार दोस्तों स्वागत है , मेरे ब्लाग पर आने के लिए , मेरा नाम Rahul Kumar Singh ( Rana Singh ) है | मै इस हिन्दी ब्लॉग www.storytimehindi.com का Founder हूँ | यह एक Professional Blog Website है | इस Website पर Blogging, Earning. Education, India Tour, और Motivation, के बारे मे Blog पढ़ सकते है | इस ब्लाग वेबसाईट के अलाबा कई और Professional Website है | अगर कोई सलाह या सुझाव है तो Comment Box मे जरूर बताए | धन्यबाद सभी को

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